Romantic Hindi Shayari उन्हें ये फ़िक्र है हर दम नयी तर्ज़-ए-जफ़ा क्या है , हमे ये शौक़ है देखे सितम की इंतहा क्या है | गुनाहगारों में शामिल है गुनाहों से नहीं वाक़िफ़ , सज़ा को जानते हैं हम खुदा जाने ख्ता क्या है | नया बिस्मिल हूँ मैं वाक़िफ़ नही रस्म-ए-शहादत से, बता दे तू ही ए ज़ालिम तड़पने की अदा क्या है |